उज्जैन (हरीश सिंह गुड़पलिया) महामारी और लगदा उनके बीच सरकार ने किसानों को राहत देते हुए उनका अनाज समर्थन मूल्य पर खरीदने के लिए पूरे प्रदेश में खरीदी केंद्र शुरू कर दिए हैं
। सरकार द्वारा मात्र 20 दिनों में ही 45 लाख मैट्रिक टन से ज्यादा गेहूं की खरीदी कर ली है लेकिन यह कहने में कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी लाखो टन गेहूं की सुरक्षा के इंतजाम नाकाफी है। हाल ही में कई जिलों में हुई बूंदाबांदी ने ही तमाम इंतजामों की पोल खोल दी है। उज्जैन में भी सरकारीखरीदी केंद्रों का अधिकतर अनाज खुले में ही पड़ा हुआ है और बारिश आ जाने से हजारों बोले पानी के भेंट चढ़ जाएंगे अब अगर ऐसे में उन्हें सुरक्षित नहीं रखा गया तो बोरे में बंद गेहूं गीले होने के कारण सड़ने लगेंगे और हजारों टन गेहूं बर्बाद हो जाएगा। जिलाधीश आशीष सिंह इस विषय में गंभीरता से विचार कर उनके रखरखाव की उचित व्यवस्था करें वह शीघ्र ही परिवहन की व्यवस्था करें।