जिलाधीश द्वारा उज्जैन में जारी लाकडाउन के चलते अचानक दिखाई शक्ति के अनुसार जनता को घर में ही रहने को बेबस कर दिया गया है, पुलिस प्रशासन व जिला प्रशासन द्वारा शहर में आवश्यक सामग्री के वितरण की व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए गएहैं। आज उज्जैन में दुध व किराना दुकान पर अचानक जो शिकंजा कसा गया है उसके कारण निचले स्तर या मध्यमवर्गीय परिवारों को परेशानी का सामना करना पड़ा। जिला प्रशासन से अनुरोध है कि अपने स्तर पर सभी जिम्मेदार कर्मचारियों से पूछताछ करे। जनता की मजबूरी को समझने की कोशिश करे। उज्जैन मध्यप्रदेश में उघोग धंधे पहले ही नही है,जनता को रोजगार की संभावनाएं नही है। अधिकांश लोग दैनिकमजदूरी कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।
एकमात्र विश्व प्रसिद्ध श्रीमहाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर के होने से लोगों का आवागमन लगा रहता है।अत: जिला कलेक्टर होने के कारण अपने स्तर पर निर्णय लें।